ಬಿಡಿ...ಈ ನೋವನ್ನೂ ಮರೆತು ಬಿಡುವ,
ಮುಲಾಮು ಅಂತೂ ಸಿಗಬಹುದು ಎಲ್ಲಾದರೂ.....
ಹರೀಶ್ ಶೆಟ್ಟಿ, ಶಿರ್ವ
चलो इस दर्द को भी छुपा लेते है, मरहम तो मिल ही जायेगा कहीं न कहीं....
हरीश शेट्टी
चलो इस दर्द को भी छुपा लेते है, मरहम तो मिल ही जायेगा कहीं न कहीं....
हरीश शेट्टी
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